$results={3}

मोटापा कैसे कम करें lose weight करने के टिप्स

  Weight lose करने का आसान तरीका 

Weight lose करने का आसान टिप्स डिटेल्स  कवित्री प्रेमलता ब्लॉग एक कविता का ब्लॉग है जिसमे कविता, शायरी, poem, study guide से संबंधित पोस्ट मिलेंगे


सामान्यत: फेट बढ़ने से ही मोटापे का शिकार होता है। वैज्ञानिक तरीके से देखे तो हमारी बॉडी एक महीने में 0.5 तक वजन कम करती है।

हमारी बॉडी की वजन कम करने के लिए सबसे पहले अपने खाने पीने की चीजों में ध्यान दे ।

खासतौर से vegetable ही खाएं और इसमें ऑयल की मात्रा कम डाले क्योंकि तेल में वसा की मात्रा अत्यधिक होती है ।जो कि वजन बढ़ाने का कार्य करती है। इसे कम करें। इसके अलावा fiber को भी अपने खाने में एड करें। फल हरी सब्जियों को अपने भोजन में ग्रहण करें। अपने डिनर को जल्दी करें।

वाटर इंटेक भी वजन लॉस करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। दिन में 8- 12 ग्लास पानी जरूर पिएं। वेट कम करने के लिए stress free रहना भी जरूरी है। नींद भी अच्छे से ले आराम करना और समय समय पर अपने सेहत का ध्यान रखना जरूरी है। अगर आप एक्सरसाइज कर रहे है तो बॉडी के अंदर जाने वाले कैलोरी को कम किया जाएं।

Carbohydrates:- जब भी वेट लॉस की बात होती है तो कई लोगों का कहना है कि कार्बोहाइड्रेट्स अपने आहार में नहीं लेना चाहिए। लेकिन यह हमारे आहार के लिए आवश्यक अंग है । यह हमारे शरीर को ऊर्जावान बनाएं रखता है।  इसे राइट अमाउंट में अपने भोजन में लेना चाहिए । शुगर कार्बोहाइड्रेट्स के जगह कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स का चयन करें। यह 

Mineral ,vitamines& nutrients का अच्छा स्रोत है। जैसे :- ज्वार, बाजरा, गेहूं, तलिया ऐसे आनज जो छिलके सहित खाया जाएं ।

Protien:-  यह भी राइट अमाउंट में अपने आहार में लेना चाहिए । जो हम डेली भोजन में ले जैसे दाल, अंडा,मांस मछली,चने , राजमा, छोले, दूध इत्यादि का सेवन करना चाहिए।

Fats :- Fats भी हमारी शरीर के लिए अति आवश्यक पोषण है। कुछ विटामिन्स के अवशोषण के लिए fats बहुत आवश्यक है। इसलिए कुछ मात्रा में फेट्स को भोजन में एड करना बहुत जरूरी है। Healthy fats को चूस करना जरूरी है हम सभी तरह के फैट्स नहीं खा सकते

Vitamins &minerals:- विटामिन्स और मिनरल्स हमें vegetables और fruites से मिलते है।

वेट लॉस करनी है तो हमें किन चीजों से दूर रहना है:-

शुगर, मिठाईयां, केक।

दुकान में मिलने वाली पैकेट बिस्किट, कुरकुरे , आलू चिप्स आदि से दूर रहे। एल्कोहल की सेवन से दूर रहे इससे वेट लॉस नहीं होती है।smoking को avoid करें।

Physical exercise अपने दैनिक जीवन में रेगुलर करें ।

मेडिटेशन , free mind रखे ।

Weight loss करने के घरेलू उपाय:-

एक चम्मच जीरा लेकर उसे एक गिलास पानी में मिक्स कर अच्छे से उबाल लेना है ताकि जीरा में से सभी रस निकल कर पानी में मिक्स हो जाए इसे अच्छे गाढ़ा होते तक उबालें। फिर इससे छनी से छानकर साफ जूस बना ले अब इसे सुबह खाली पेट में पिए ध्यान रहे कि इसे पीने के एक दो घंटा बाद ही कुछ  खाएं बीच बीच में गुनगुना पानी पीते रहे। फिर इसको शाम को भी खाली पेट में ले ।

धीरे धीरे आपका वेट लॉस होते जाएगा।

  • शहद और नींबू का दो चम्मच रस मिलाकर खाली पेट में पिए जिससे पेट और कमर की बड़ी हुई चर्बी को कम किया जा सकता है।
  • अंजवाइन की पत्ती, यह पेट की बड़ी हुई चर्बी को कम करता है इससे पाचन तंत्र सही रहता है।
  • कड़ी पत्ता - इसे चार से पांच पत्ते रोजाना खाने से वेट लॉस होने लगती है।और बड़ी हुई चर्बी से निजात मिल सकती है।
  • लहसुन :- इसे रोजाना सुबह पांच से छः कली को गुनगुने पानी में चबा के खाने से पेट की चर्बी में कमी होने लगती है । इसे खाली पेट में लें।
  • इसके अतिरिक्त बादाम सेब आदि का सेवन करें।



कविता - पंछी की हौसले के उड़ान

        कविता - पंछी की हौसले के उड़ान

कविता पंछी की हौसले की उड़ान जो सोच बदल  कवित्री प्रेमलता ब्लॉग एक कविता का ब्लॉग है जिसमे कविता, शायरी, poem, study guide से संबंधित पोस्ट मिलेंगे



हौसला बुलंद उड़ती पंछी अपनी राह चली।

मंजिल को पाने की ललक मची एक हलचली।

फड़फड़ाते रही तूफानों की लहर में,

मन की विश्वास न टूटी अंधेरी घटाओं  के डहर में।

उड़ते - उड़ते अपनी मार्ग बनाते गई।

अंधेरों को बहारों की उजालों में सहलाते गई।

दोनों पैर के पंजे मजबूती से डटे रहें।

पंख की उड़ान तूफानों को चीरते बड़े रहे।

पहाड़ों की चोटी देख अहम से मुस्कुराएं।

अपने विशाल काया देख इतराएं।

पंछी की उड़ान आकाश को चूमने लगी।

छोटी हुई तो क्या हुआ गगन में उड़ने लगी।

विशाल तेरा काया तू स्थिर रहा।

न चलने की मजा न उड़ने में तेरा काया सहा।

पहाड़ ये पक्षी से सुन सर्म से सिर झुकाएं

अपने अहम को छोड़ पंछी को राह बताएं।

पंछी ने नदी किनारे प्यास बुझाई ।

अपने पंखों की नीर जल से सहलाई।

पंछी का मंजिल किनारा था घर।

ढूंढने से मिल जाती है हर मुश्किल का हल।

Also read:-कविता - वीर सिपाही

उड़ान


Biosynthesis of ovarian hormones

 Biosynthesis of ovarian hormones 

Biosynthesis of ovarian hormones डिटेल्स कवित्री प्रेमलता ब्लॉग एक कविता का ब्लॉग है जिसमे कविता, शायरी, poem, study guide से संबंधित पोस्ट मिलेंगे


- स्त्रियों में अंडाशयी दो की संख्या में उदरगुहा के निचले तरफ के हिस्से में गर्भाशय के दिनों तरफ उपस्थित होती है।इसका प्रमुख कार्य अंडाणुओं को बनाना होता है। पुटिका कोशिकाएं तथा corpus luteum व कुछ हार्मोन्स का भी स्त्राव करते है, जो एड्रीनल कॉर्टेक्स के समान होते है।

स्त्रियों का अंडाशय निम्नलिखित हार्मोन्स का स्त्रावण करते है -

1) Estrogen - यह हार्मोन अंडाशयी पुटिकाओं की गुहा को घेरने वाली कोशिकाओं  द्वारा स्त्रावित होते है।ये अंडाशयी गुहा में भरा होता है। और परिपक्व अंड के विसर्जन के साथ साथ देहगुहा में पहुंचता है। यह हार्मोन लड़कियों के द्वितीय लैंगिक लक्षण के विकास को प्रेरित करता है। इसके प्रभाव से लड़कियों में Uterus,Vagina,Clitoris, स्तनों का विकास , बगल तथा जघन जगह में बालों का उगना, body में वसा के जमाव के कारण चिकनाहट , विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण, रजोधर्म का प्रारंभ होना आदि क्रियाएं नियंत्रण की जाती है। अर्थात् इसके कारण लैंगिक परिपक्वता आती है ।

कमी :- इसकी कमी से लड़कियों में जनन क्षमता का विकास नहीं हो पाती और ये जनन के लिए अयोग्य हो जाती है। वयस्कों में इसकी कमी होने पर ऊपर में वर्णित लक्षण समाप्त हो जाते है। कम उम्र में ही Menopouse हो जाती है। अत: इसकी प्रजनन क्षमता समाप्त हो जाती है।

अधिकता:- इसकी अधिकता से कम उम्र में ही द्वितीयक लैंगिक लक्षण बन जाते है। और लड़कियां प्रजनन के योग्य हो जाती है।

इस हार्मोन का नियंत्रण पीयूष ग्रंथि के दो हार्मोन F.S.H. और L.H. करते हैं।

2) progesterone:- यह हार्मोन कार्पस ल्युटीयम

का निर्माण रजोधर्म प्रारंभ होने के 14 दिन बाद होता है।और इसके निर्माण का नियंत्रण पीयूष ग्रंथि के L.H. करता है। प्रोजेस्ट्रॉन गर्भाशय को निषेचित अंड को ग्रहण करने के लिए तैयार करता है।साथ ही यह गर्भधारण के बाद गर्भाशय तथा अंडे की दीवार में संबंध बने रहने के लिए प्रेरित करता है, गर्भधारण के बाद यह स्तनों के विकास को भी नियंत्रित करता है।


 निषेचन हो जाने की स्थिति में यह उपयुक्त कार्यों को कहता है और नयी अंडाशयी  पुटिकाओं के निर्माण को रोक देता है। इसके परिणामस्वरूप रजोधर्म बंद हो जाती है ।

लेकिन जब निषेचन नहीं हो पाता है तब कार्पस  ल्यूटियम नष्ट हो जाता है। और रजोधर्म पुनः पहले के 26 से 28 दिन के बाद प्रारंभ हो जाता है और स्तन व गर्भाशय अपनी प्रारंभिक स्थिति में आ जाता है।

3) Relaxin:-

गर्भावस्था में अंडाशय, प्लेसेंटा तथा गर्भाशय की कोशिकाओं इसका स्त्रावण करती है ।

यह हार्मोन प्यूबिस सिंफिसिस को ढीला कर देता है, जिससे योनि मार्ग चौड़ा हो जाता है, प्रसव के समय यहां Cervix की पेशियों के संकुचन को प्रेरित करता है, जिससे यह चौड़ी हो जाती है और प्रसव में आसानी होती है। प्रोजेस्टेरोन और Relaxin की कमी से प्रसव तथा गर्भधारण में कठिनाई होती है और गर्भधारण के बाद स्तनों में दूध का निर्माण ठीक से नहीं हो पाता। प्रोजेस्टेरोन की अधिकता होने पर स्तनों का विकास ज्यादा हो जाता है और कभी- कभी उनमें दूध भी इन बनने लगता है।  Relaxin की अधिकता होने पर गर्भपात की संभावना बढ़ जाती है।

Also read:-

Eye disease (in hindi)

चेहरे को सुंदर कैसे बनाएं? घरेलू उपाय

गर्मी के दिन


युवक निबंध

                      युवक निबंध

युवक निबंध आचार्य नरेन्द्र देव से लिया  कवित्री प्रेमलता ब्लॉग एक कविता का ब्लॉग है जिसमे कविता, शायरी, poem, study guide से संबंधित पोस्ट मिलेंगे


 युवक ही समाज के आधार स्तम्भ है- इस निंबंध में युवकों को समाज में आधारस्तम्भ माना गया है।

नवयुवक ही समाज को मजबूत आधार प्रदान कर सकते है । आचार्य नरेन्द्र देव के अनुसार परिवर्तन से ही समाज में आदर्श स्थापित किए जा सकते है।

नवयुवक आधुनिक समाज के संस्थापक है,उन्हीं के साहस से नए समाज का निर्माण संभव है।

युवक के शौर्य पर्याय -

युवक में साहस ,शौर्य ,तेज और त्याग की भावना प्रबल होती है।समाज की नवीन आवश्यकताओं को समझने की उनमें सूझबूझ होती है।


युवक ही समाज के नेतृत्व कर सकते है-

युवक ही जीवन मूल्यों की स्थापना करते है।समाज में सामंजस्य ,स्थिरता और समग्रता के नवीन दर्शन में युवकों की आस्था होती है। नवीन मूल्यों की स्थापना करने के कार्य का युवक ही नेतृत्व करते है।


युवक क्रांति के संवाहक होते है-

नूतन समाज की रचना, प्रचलित सामाजिक पद्धति में आमूल परिवर्तन की शक्ति नवयुवकों में ही होती है।नए उपक्रम में  क्रांतिकारी परिवर्तन युवकों के सहयोग से ही संभव है।स्वतंत्र राष्ट्र के संचालकों का कर्तव्य है कि वे युवा पीढ़ी को रचनात्मक कार्यों में लगाकर उनकी ऊर्जा का सही प्रयोग करें ।


युवक ही शक्ति के असीम स्रोत है-

भविष्य के निर्माण के लिए आज सभी को त्याग के लिए प्रेरित करना है। किन्तु जब तक कोई ऐसा उद्देश्य जनसाधारण के समक्ष नहीं रखा जाता , जिसके लिए लोग खून पसीना एक करे, तब तक त्याग की आशा करना व्यर्थ है। इन सभी कार्यों के लिए युवक ने आदर्श प्रियता , निर्भीकता, साहस लगन आदि होना आवश्यक है। युवक ही शक्ति के असीम स्रोत है। उन्हें अनुशासन के महत्व को समझाकर उनके इस शक्ति के स्रोत का उपयोग करनी चाहिए ।


युवक भाव प्रवण होते है-

परिस्थितियों में युवक बहुत प्रभावित होता है। वह भाव pravan होता है । शुरता और पराक्रम दिखाने का कोई मौका वह अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहता है । इसलिए हमे सदकर्यों में उसकी शक्ति का उपयोग करनी चाहिए।


युवकों को अधिकार की स्वीकार करना चाहिए - आचार्य नरेन्द्र देव के इस कथन का आशय है कि जब तक हम युवकों का अधिकार स्वीकार नहीं करेंगे,तब तक नए समाज की रचना का काम सफल नहीं होगा।हमारे पुराने नेताओं को युवकों के साथ मिलकर काम करने में असुविधा होती है। इसमें केवल एक अपवाद है - पंडित जवाहरलाल जी ने नई नीति का सूत्रपात किया था और वह सदा इसी बात को अनुभव करते है कि युवकों के अधिकार को स्वीकार करना चाहिए,जिससे कोई परंपरा नहीं बन पाती।

यदि युवकों को अधिकार स्वीकार कर लिया जाए तो इसके कई लाभ हैं ।पहली बात तो यह समझने की है कि जो आज अधिकार रूढ़ है, उनका कर्तव्य है कि वे अपने उत्तराधिकारीओं को आज तैयार करें अन्यथा इन वृद्धों के हट जाने पर उनकी जगह लेने वाले योग्य अनुभवी व्यक्ति ना मिलेंगे ।

दूसरी बात यह है कि भारत के स्वतंत्र होने पर जो बड़ी जिम्मेदारी देश पर आ गई है ,उस को सहन करने की शक्ति कुछ वृद्धों को छोड़कर अन्य वृद्धों में नहीं है। पुनः नूतन समाज की रचना का और प्रचलित समाज पद्धति को तोड़ने का युवक में सामर्थ्य है। जो सामाज नया उपक्रम करना चाहता है और जिसको क्रांतिकारी परिवर्तन की आवश्यकता है ,उसको युवकों का सहयोग अवश्य चाहिए और यही सहयोग युवा के अधिकार को स्वीकार करके ही प्राप्त हो सकता है।

स्वतंत्रता राष्ट्र के विद्यार्थियों को हड़ताल करते हम नहीं सुनते उनको इसकी आवश्यकता नहीं होती। परतंत्र राष्ट्र के विद्यार्थी राजनीतिक आंदोलनों में खूब भाग लेते हैं। उनको समय-समय पर प्रदर्शन और हड़ताल करनी पड़ती है, राजा के अधिकारियों के साथ संघर्ष होने से उनको गोली भी खानी पड़ती है। ऐसे वातावरण में रहने से उनकी एक विशेष प्रकार की मनोवृति बन जाती है।

निष्कर्ष- 

अंत में आचार्य नरेन्द्र देव ने यही कहां कि युवा पीढ़ी ही समाज एवं युवकों के स्वर्णिम भविष्य हेतु महत्वपूर्ण ताकत है। समाज के समस्त समस्याओं का समाधान युवकों द्वारा ही संभव है। भावी भविष्य के निर्माता युवक ही देश के कर्णधार है।

Also read:-ब्लॉगिंग कर लाखों कमाएं

कविता - निशा रानी




कविता - चैत नवरात्रि


कविता - चैत नवरात्रि

चैत नवरात्रि कविता माता की महिमा उल्लेख  कवित्री प्रेमलता ब्लॉग एक कविता का ब्लॉग है जिसमे कविता, शायरी, poem, study guide से संबंधित पोस्ट मिलेंगे



 नई उमंग की नई ज्योति लेकर आई नवरात्रि।

नए पर्व कि मौसम सुहाने सजाई नवरात्रि।

जगमग ज्योत जवारा लहराएं।

मां दुर्गा के महिमा फहराएं।

नव दिन कि शुभ घड़ी मां भक्तों के घर आएं।

कर उपकार भक्तन भी दर्शन पाएं।

नव रूप माता की आदि शक्ति कहाएं

करुणा सागर मां ममता की नीर बहाएं।

चंड - मुंड संहार करने वाली।

मधु - कैटभ का मर्दन करने वाली।

ऋषि - मुनि तेरी महिमा गाएं।

प्रथम पूजनीय शैलपुत्री सेवक कृपा पाएं।

जग जननी महामाया मंदिर कि घंटी गूंजे।

कीर्तन भजन सब मग्न भक्ति की रस में डूबे।

चैत नवरात्रि में आए माता।

तेरी महिमा समुद्र कि लहरें भी गाता।

रखो दया हम पर शरन आए है तुम्हारे।

भक्ति न जाने माता अज्ञान है सारे।

read this also:-ब्लॉगिंग करें लाखों कमाएं

नैतिक विचार



ब्लॉगिंग करें लाखों कमाएं

Blogging करें लाखों कमाएं घर बैठे👩‍🎓

ब्लॉगर 1st स्टार्ट कैसे करें?earning कैस कवित्री प्रेमलता ब्लॉग एक कविता का ब्लॉग है जिसमे कविता, शायरी, poem, study guide से संबंधित पोस्ट मिलेंगे



 ब्लॉगिंग करना ओ भी फ्री में बड़ी आसान है आज ब्लॉगिंग करने वाले लाखों करोड़ों घर बैठे कमा रहे है यह बेरोजगार न रहने का अच्छा साधन है । इसमें किसी भी प्रकार के आर्टिकल लिखकर पोस्ट कर सकते हैं अधिकांश इसमें टेक्नोलॉजी से जुड़ी बातें साइंस से जुड़ी रोचक तथ्य अपनी स्टडी गाइड भी इसमें ब्लॉग के जरिए लोगों को अपने विचार साझा कर सकते है। ब्लॉग एक वेबसाइट है जिसमें फ्री में login होकर अपनी उन्नति  का सफर आगे बड़ा सकते है। इसमें हम आपको स्टेप by step ब्लॉगिंग करना सिखाएंगे 

1st step

अपनी ब्लॉग बनाने के लिए blogger.com में सर्च करें और login हो जाए फिर आपके सामने नीचे दी गई पेज जैसा ओपन हो जाएगा।

ब्लॉगर 1st स्टार्ट कैसे करें?earning कैस कवित्री प्रेमलता ब्लॉग एक कविता का ब्लॉग है जिसमे कविता, शायरी, poem, study guide से संबंधित पोस्ट मिलेंगे


अब अपनी पहली आर्टिकल लिखने के लिए new post पर क्लिक करें सबसे पहले टाइटल दे फिर अपनी आर्टिकल लिखे

1000-1500 शब्दों में अपनी आर्टिकल लिखे कम शब्दों में न लिखें । अब आर्टिकल तैयार होने के पश्चात

SEO सेटिंग करें

अब जानते है SEO क्या है इसे कैसे बनाएंगे और किसे कहते है?

Setting में जाकर अपनी आर्टिकल को सुगठित तरीके से लेवल देते है डिस्क्रिप्शन में अपनी आर्टिकल और किस मकसद से आपने ब्लॉग बनाया इसकी जानकारी 150 शब्दों में देते है। इससे ज्यादा न लिखे । Permaलिंक में जाकर अपने दिए हुए टाइटल को - कर दर्शाते है।

जैसे - टाइटल Home Remedies  है तो उसे हम

Home-remedies कुछ इस प्रकार लिखते है।लोक्शन में क्लिक कर अपना लोकेशन डालते है सबसे पहले दिए गए लेबल में अपनी आर्टिकल जो किस लेबल से लिखा गया है जैसे टेक्नोलॉजी संबंधित जानकारी दिए हो तो लेबल में टेक्नोलॉजी ही डालना है। आपका SEO सेटिंग रेडी है । इसे है SEO सेटिंग कहते है।SEO सेटिंग ब्लॉग का एक प्रमुख अंग इसके बिना लिखी हुई आर्टिकल अधूरा है।

2. STEP - इमेज कैसे डालें?

अगर आपको बेसिक कंप्यूटर नॉलेज है तो अपने लिखे हुए आर्टिकल का सजा सकते है जैसे ब्रॉड करना शब्दों को रंगीन करना ध्यान रहे कि ब्रॉड उसी शब्द को करना है जिसे आप हेडिंग डाल रहे हो। Choose file  में जाकर किसी भी प्रकार के टाइटल संबंधित इमेज एड कर सकते हो। जिसे आपका आर्टिकल इंप्रेसिव लगे। थंबनेल देने के लिए canva app का प्रयोग करें यह आपके ब्लॉग इमेज के लिए हेल्पफुल रहेगा।इसमें किसी भी प्रकार के थंबनेल अपने अनुसार बना सकते हैं।

3.step - ऐसा क्या करें जिसे वीवर्स अधिक से अधिक आएं?

इसके लिए आप विभिन्न प्रकार के आर्टिकल लिखे समझ न आए तो दूसरे के ब्लॉग देख सकते है लेकिन उसी को कॉपी करना आपके ब्लॉग के लिए हानिकारक है।इसलिए अपने विचारों को साझा करें न कि दूसरे ब्लॉगर का कॉपी।

1.वीवार्स बढ़ाने के लिए फेसबुक , इंस्टाग्राम,ट्विटर,यूट्यूब इत्यादि App में साझा करें जिससे onlookers अधिक से अधिक आएं।

2.अपने आर्टिकल में इंटर कोडिंग का उपयोग जरूर करें जिससे आने वाले विवर्स सीधे आपके दूसरे आर्टिकल में पहुंच जाएं ।

3.अपने ग्रुप में साझा करें whats apps में इसके बारे में अपने दोस्तों को बताएं।

4. ऐसा आर्टिकल लिखे जो गूगल में ज्यादा से ज्यादा सर्च होता हो।

Blogging से Earning कैसे start करें?

गूगल एडसेंस में आवेदन अप्लाई करें

गूगल आपके ब्लॉग का अनालिजिस करके इंपरू करेगा।

इंप्रुं कैंसल करें तो समझ जाना आपके ब्लॉग में कुछ न कुछ कमी है। इसे अच्छे से अपने ब्लॉग चेक कर ज्यादा से ज्यादा आर्टिकल लिख पोस्ट करते रहे।

लगातार आर्टिकल लिखते रहे जब तक गूगल इंप्रूं न दे दे।

अपने आर्टिकल को अधिक से अधिक शब्दों में लिखें।

अपने ब्लॉग को प्रोफेशनल बनाएं ।

डोमेन जरूर खरीदे जो आपके ब्लॉग को प्रोफेशनल बनाता है।जब आपको गूगल इंप्रुन  देगा तो आपके ब्लॉग में एसएमएस आएगा । इससे earn money का पहला कदम होगा।

अपने ब्लॉग को गूगलएनालिटिक्स जोड़े जिससे आपके ब्लॉग में स्टेटस कि गतिविधि दिखाई देगा।

Google analytis से add करने के फायदे

ब्लॉग में कहां कहां से विवर्स आ रहे इसके बारे में जानकारी प्राप्त होगा।

कौन कौन कंट्री से वीवर्स आ रहे है वे पता चलेगा।

मैप की सहायता से भी जानकारी हासिल होगा।

कौन कौन से फोन चलाने वाले शामिल हो रहे है जानकारी प्राप्त होगा।

टोटल विवर्स पता चलेगा।

और भी जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग से जुड़े रहे।

कोई भी ब्लॉग संबंधित जानकारी के लिए कॉमेंट करें।

Also read:- औषधीय पौधे

Eye disease (in hindi)





Medicinal plants (in hindi)

  • Medicinal plant  आयुर्वेदिक पौधे 
  •  हलिम- पत्तियां एवं बीज यकृत रोगों के उपचार में काम आती है।
  • एरूका सटाईवा  - इस पौधों के बीजों का तेल जले एवम् अन्य घावों के उपचार में उपयोगी है।
  • हींग - इसकी जड़ों से लेटेक्स प्राप्त किया जाता है। इसे सुखाकर हिंग के नाम से बेचा जाता है।यह पाचन क्रिया में सहायक है। इसका उपयोग अचार, सब्जी ,चटनी आदि में खुशबू प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
  • ब्राम्ही - यह एक औषधि पौधा है। जिसका उपयोग कोड़ या Leprosy के इलाज में होता है।इससे टॉनिक बनाया जाता है जिससे मानसिक बीमारी को दूर करने में कारगर होती है।
  • इसका लगातार सेवन करने से तेज दीमाक में वृद्धि होती है। अर्थात् बुध्दि बढ़ाने का महत्वपूर्ण स्त्रोत है।
  • जीरा (cumin) - यह बदहजबी एवं डायरिया के उपचार में अत्यधिक उपयोगी है।
  • अगर मुंह से बदबू आने की समस्या हो तो इसे मुंह में डेली चबाते रहने से मुंह से बदबू आनी बंद हो जाती है।
  • इससे सब्जी में मसाले के रूप में उपयोग किया जाता है।
  • कृष्णा तुलसी - (ocimum sanctum) यह एक महत्वपूर्ण औषधि पौधा है। खासी, बुखार,जुकाम आने पर इससे पानी में  उबालकर अच्छे से इसके रस को लगातार सेवन करने से यह ठीक हो जाती है। कफ में भी यह आरामदायक सिद्ध हुआ है।
  • चमेलीया - (Lavandula ऑफाइसिनालिस) इसके पुष्प से लेवेंडर का तेल प्राप्त किया जाता है।जिसका उपयोग इत्र बनाने में किया जाता है। यह सर्दी , जुकाम इत्यादि में औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है।
  • माल्वा -( Malva परिविफ्लोरा) इसके बीजों का उपयोग कफ सिरप तथा मूत्राशय के अल्सर में किया जाता है।
  • Sanguinariya candensis - इसकी जड़ों तथा प्रकंद से संग्यूइनेरिन नामक औषधि प्राप्त किया जाता है।जिसका उपयोग उदर विकारों जैसे - मंदाग्नि,अपच तथा गठिया रोग के उपचार में किया जाता है।
  • पीली कटेरी - (Argimone maxicana) इसके बीजों से प्राप्त तेल का उपयोग ग्रामीणों द्वारा दिया जलाकर प्रकाश करने में किया जाता है। व्यापारी इस तेल को सरसों तेल में मिलाकर बेचते है। इसका अधिक मात्रा में उपयोग करने से मनुष्य में ड्रॉप्सी नामक रोग होता है। इसलिए इससे बचना चाहिए और शुद्ध सरसों का तेल ही खरीदना चाहिए।
  • Aloe vera plant - यह हमारी लीवर को मजबूत रखता है 
  • इसका जेल चेहरे के पिंपल ,नमी कान्तिमय बनाएं रखता है।
  • इसके मांसल भाग को सरबत बनाकर पीने से शीतलता आती है। चोट लगने व कब्ज आदि के विकारों को रोकने के लिए किया जाता है।
  • Holi basil plant - यह वजन घटाने का कार्य करता है
  • मेरीगोल्ड प्लांट -स्किन की समस्या को दूर करता है।
  • बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
  • Vinca plant - डायबिटीज , है high blood
  •  pressure के लिए उपयोगी है।
  • Cove plant - यह हमारी लीवर और बोन के सवस्थ रखता है। इसके डेली उपयोग करने से कैंसर जैसी बीमारी से होने की संभावना बहुत कम हो जाएगी।
  • Mint plant - यह अस्थमा मरीजों के लिए उपयोगी है।पाचन तंत्र को ठीक रखता है,व मनोदशा को ठीक रखता है ।शरीर के इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
  • इसका शर्बत बनाकर पीने से गर्मी से राहत मिलती है।
  • डिप्रेशन व मेमोरी लॉस के लिए इसके उपयोग से ठीक हो जाता है। कीड़ों व मच्छरों को भगाने में यह उपयोगी है इसलिए इसे अपने घर के सामने में इसे जरूर लगाना चाहिए।
  • गिलोय -  यह पुराने बुखार व हिचकी को रोकने के लिए किया जाता है। कब्ज तथा पीलिया रोगों के उपचार में इसका उपयोग किया जाता है।
  • Also read:-झड़ते बालों को कैसे रोके सुपर 5 घरेलू उपाय
  • चेहरे को सुंदर कैसे बनाएं 10घरेलू उपाय