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Medicinal plants (in hindi)

  • Medicinal plant  आयुर्वेदिक पौधे 
  •  हलिम- पत्तियां एवं बीज यकृत रोगों के उपचार में काम आती है।
  • एरूका सटाईवा  - इस पौधों के बीजों का तेल जले एवम् अन्य घावों के उपचार में उपयोगी है।
  • हींग - इसकी जड़ों से लेटेक्स प्राप्त किया जाता है। इसे सुखाकर हिंग के नाम से बेचा जाता है।यह पाचन क्रिया में सहायक है। इसका उपयोग अचार, सब्जी ,चटनी आदि में खुशबू प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
  • ब्राम्ही - यह एक औषधि पौधा है। जिसका उपयोग कोड़ या Leprosy के इलाज में होता है।इससे टॉनिक बनाया जाता है जिससे मानसिक बीमारी को दूर करने में कारगर होती है।
  • इसका लगातार सेवन करने से तेज दीमाक में वृद्धि होती है। अर्थात् बुध्दि बढ़ाने का महत्वपूर्ण स्त्रोत है।
  • जीरा (cumin) - यह बदहजबी एवं डायरिया के उपचार में अत्यधिक उपयोगी है।
  • अगर मुंह से बदबू आने की समस्या हो तो इसे मुंह में डेली चबाते रहने से मुंह से बदबू आनी बंद हो जाती है।
  • इससे सब्जी में मसाले के रूप में उपयोग किया जाता है।
  • कृष्णा तुलसी - (ocimum sanctum) यह एक महत्वपूर्ण औषधि पौधा है। खासी, बुखार,जुकाम आने पर इससे पानी में  उबालकर अच्छे से इसके रस को लगातार सेवन करने से यह ठीक हो जाती है। कफ में भी यह आरामदायक सिद्ध हुआ है।
  • चमेलीया - (Lavandula ऑफाइसिनालिस) इसके पुष्प से लेवेंडर का तेल प्राप्त किया जाता है।जिसका उपयोग इत्र बनाने में किया जाता है। यह सर्दी , जुकाम इत्यादि में औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है।
  • माल्वा -( Malva परिविफ्लोरा) इसके बीजों का उपयोग कफ सिरप तथा मूत्राशय के अल्सर में किया जाता है।
  • Sanguinariya candensis - इसकी जड़ों तथा प्रकंद से संग्यूइनेरिन नामक औषधि प्राप्त किया जाता है।जिसका उपयोग उदर विकारों जैसे - मंदाग्नि,अपच तथा गठिया रोग के उपचार में किया जाता है।
  • पीली कटेरी - (Argimone maxicana) इसके बीजों से प्राप्त तेल का उपयोग ग्रामीणों द्वारा दिया जलाकर प्रकाश करने में किया जाता है। व्यापारी इस तेल को सरसों तेल में मिलाकर बेचते है। इसका अधिक मात्रा में उपयोग करने से मनुष्य में ड्रॉप्सी नामक रोग होता है। इसलिए इससे बचना चाहिए और शुद्ध सरसों का तेल ही खरीदना चाहिए।
  • Aloe vera plant - यह हमारी लीवर को मजबूत रखता है 
  • इसका जेल चेहरे के पिंपल ,नमी कान्तिमय बनाएं रखता है।
  • इसके मांसल भाग को सरबत बनाकर पीने से शीतलता आती है। चोट लगने व कब्ज आदि के विकारों को रोकने के लिए किया जाता है।
  • Holi basil plant - यह वजन घटाने का कार्य करता है
  • मेरीगोल्ड प्लांट -स्किन की समस्या को दूर करता है।
  • बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
  • Vinca plant - डायबिटीज , है high blood
  •  pressure के लिए उपयोगी है।
  • Cove plant - यह हमारी लीवर और बोन के सवस्थ रखता है। इसके डेली उपयोग करने से कैंसर जैसी बीमारी से होने की संभावना बहुत कम हो जाएगी।
  • Mint plant - यह अस्थमा मरीजों के लिए उपयोगी है।पाचन तंत्र को ठीक रखता है,व मनोदशा को ठीक रखता है ।शरीर के इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
  • इसका शर्बत बनाकर पीने से गर्मी से राहत मिलती है।
  • डिप्रेशन व मेमोरी लॉस के लिए इसके उपयोग से ठीक हो जाता है। कीड़ों व मच्छरों को भगाने में यह उपयोगी है इसलिए इसे अपने घर के सामने में इसे जरूर लगाना चाहिए।
  • गिलोय -  यह पुराने बुखार व हिचकी को रोकने के लिए किया जाता है। कब्ज तथा पीलिया रोगों के उपचार में इसका उपयोग किया जाता है।
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