EYE disease
Thyroid eye disease:-
यह मुख्यत: female में ज्यादा होता है। 40- 46 ईयर वालों में होने की सम्भावना ज्यादा होती है।
थायरॉयड की कमी से आई पूरी तरह क्लोज नहीं होती इसमें आंख को बंद करना चाहो तो बंद नहीं होगी। आई कि मसल लार्ज हो जाती है जिसके कारण आंख बाहर की ओर निकल जाता है।
मोतियाबिंद:-
ग्लूकोमा या काला मोतियाबिंद इस बीमारी में आई बॉल में प्रेशर बड़ जाती है। आंख में कुछ ऑप्टिक nerve होती है जिसका हमारे दृष्टि के साथ एक सम्बन्ध है ऑप्टिक nerve के कमजोर होने से आंख अंधेपन का शिकार हो जाता है। ग्लूकोमा को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है।क्योंकि इसका लक्षण कुछ मरीजों में दिखाई नहीं देता।बहुत दिनों बाद में इसका लक्षण दिखता है।
यह फैमिली में किसी को हो तो उसके सदस्य में भी होने की संभावना बढ़ जाती है।
हाइ प्रेशर होना भी इसके प्रमुख कारण है।
High myopia हो तो भी इसके लक्षण दिखाई देते है।
Steroid user को भी हो सकता है।
रेटीना ले सर्जरी से second Glaucoma होती है।
लक्षण :-
- धुंधला दिखाई देना।
- सीधे देखने पर आंखे में क्लियर दिखाई नहीं देना।
- अंधेरे कमरे में आने पर चीजों को देखने के लिए आंखों में प्रेशर डालना पड़ता है या बल लगानी पड़ती हैं।
- लाइट को देखने पर चारों ओर थोड़ी इन्द्रधनुष जैसा रंग दिखाई देना।सिरदर्द ,आंख दर्द होना,उल्टी आना।
सावधानियां:-
- सुबह उठकर आंखों में साफ जल की छिटे मारना चाहिए।त्रिफला की पानी से आंख को धोएं।
- प्रदूषण से बचाना चाहिए। भारी दवाइयों का उपयोग कम करना चाहिए।
उपाय:-
- सौंफ,बादाम 50-50 ग्राम और 10ग्राम काली मिर्च का चूर्ण बनाकर दूध के साथ सेवन करें।
- 7-8 बादाम भिगोकर खाएं।
- हरी सब्जियां खाएं जैसे - पालक ,चुकंदर,गाजर आदि खाना चाहिए क्योंकि इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते है को आंखों की रक्षा के लिए सहायक होते है।
- सुबह - शाम आयुनेत्र drop की 2-3 बूंद आंखों में डालें। समय - समय पर आंखो का चेकअप करवाते रहना चाहिए।
- मेडिसीन लेने के पहले डॉक्टर का परामर्श जरूर लें।
हाईपर एसिडिटी की लक्षण हो तो
खट्टा बहुत कम खाएं
नारियल पानी, खीरा, ककड़ी, तरबूज, केला ठंडी चीजें खाएं।पर्याप्त मात्रा में पानी पीनी चाहिए।
Dry eye desease:-
जब हमारे नेत्र से आंसू बहते है तब हम उस रोकना चाहते है किन्तु रोक नहीं पाते।पर तब हमें उसका पता नहीं चलता पर ऐसा इंसान जो अपनी आंखों को थोड़ी सी भी मात्रा में गीला नहीं कर सकता उसे उन आंसुओ का मोल पता चलता है।यह तब पता चलता है जब रोगी की आंखो का रोग या उसके लक्षण हो।
शुष्क आंखों के साथ एक व्यक्ति पर्याप्त चिकना और पोषक आंसुओं का उत्पादन नहीं कर पाता है। आंखों में नमी की कमी से आंखों में खुजली उत्पन्न हो जाती है और आंखों के किनारे ड्राई सर्कल हो जाती है।
आंसू किन किन घटको से मिलकर बना है?
- Water
- Fatty oils
- Protiens
- Electrolytes
- Bacteria fighting substances
- Growth factors that regulate various cell processes.
Bahut achchi jankari di hai
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