होली
- रंगो की बहार में, खुशियों की बरसात लेके आई होली।
- रंग बिरंगे फूलों कि क्यारियां लेके आई होली।
- मस्ती में सब रंग लगाएं।
- पिचकारी की डर से चले बच बचाएं।
- नीली, पीली, लाल, गुलाबी, हरा रंग हरियाली बिछाती।
- मौसम भी सजे रंगीन वस्त्रों से, बादल खुशहाली बिछाती।
- प्रकृति की झकझोर ने ली रंग बसंती पवन ले उड़ाई।
- बादलों की टोली धूम मचाती लता ने सखी बुलाई।
- बच्चे भी दौड़ते - दौड़ते पिचकारी ले एक दूसरे में पिचकते।
- जो बच्चे इसमें हारे ओ रो पड़े सिसकते।
- गुब्बारा में भरी रंग पत्थर की तरह मारे।
- एक दूसरे एकता हो दूसरे टोली को पिचकारी मारते चले सारे।
- सूरज ने कहां नहाने का अब समय हो चला।
- सबने सोचा पिचकारी का समय अब टला।
- नहाकर नए नए कपड़े पहन एक दूजे के घर में रोटी बनाते।
- अरसा, पूड़ी, हलवा एक दूसरे को के खिलाते।
- आनंद में मन झूम जाता ।
- कोयल भी मीठी धुन सुनाता।
- वसुंधरा की सज गई रंग बिरंगे साड़ियां।
- फूलों की बाग जैसी सज गई रंग बिरंगे गांव की नारियां।
- मन हर्षित उल्लास से मंत्रमुग्ध है।
- छुआ छूत की भावना दूर एकता में शुद्ध है।
happy Holi
umdaa rachna
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